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मेथी की खेती

परिचय

मेथी की खेती पूरे भारतवर्ष में की जाती है, इसका सब्जी में केवल पत्तियों का प्रयोग किया जाता है इसके साथ ही बीजो का प्रयोग मशाले के रूप में किया जाता हैI इसकी खेती मुख्यरूप से राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब एवं उत्तर प्रदेश में की जाती हैI मेथी में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन ए एवं विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैI

जलवायु और भूमि

मेथी की खेती के लिए किस प्रकार की जलवायु एवं भूमि होनी चाहिए?
मेथी शरद ऋतु की फसल है, इसका उत्पादन रबी की फसल में किया जाता है, यह अधिक वर्षा वाले स्थानो पर कम उगाई जाती हैI मेथी के लिए दोमट एवं बलुई दोमट भूमि सर्वोत्तम होती है, जिसमे जल निकास का उचित प्रबंध होना आवश्यक है, इसकी खेती के लिए भूमि का पी.एच. 6 से 7 होना चाहिएI

प्रजातियाँ

मेंथी की उन्नतशील प्रजातियां कौन-कौन सी होती है?
मेंथी की उन्नतशील प्रजातियां जैसे कि पूसा अर्ली बंचिंग, कसूरी मेंथी, लेम सेलेक्सन1, राजेंद्र क्रांति, हिसार सोनाली, पंत रागनी, एम् एच-103, सी.ओ-1, आर.ऍम टी-1 एवं आर.ऍम टी-143 आदि हैI

खेत की तैयारी

मेंथी की खेती हेतु खेत की तैयारी किस प्रकार से करनी चाहिए?
खेत की तैयारी में पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करने के बाद, दो-तीन जुताई देशी हल या कल्टीवेटर से करके, खेत में पाटा लगाकर समतल एवं भुरभुरा बना लेना चाहिएI खेत की आख़िरी जुताई में 100 से 150 कुंतल प्रति हेक्टेयर की दर से सड़ी गोबर की खाद को मिला देना चाहिएI

बीज बुवाई

मेंथी की बुवाई में बीज की मात्रा प्रति हेक्टेयर कितनी लगती है तथा बीज शोधन किस प्रकार से करना चाहिए?
मेथी की बुवाई में 20 से 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर बीज लगता है, कसूरी मेंथी की बुवाई में मात्र 20 किलोग्राम ही बीज प्रति हेक्टेयर लगता हैI बीजशोधन थीरम 3 ग्राम प्रति किलोग्राम या बेविस्टीन 2 ग्राम या सेरोसेन या केप्टान 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से बीज को शोधित कर बुवाई करनी चाहिएI
मेंथी की बुवाई किस समय तथा किस विधि से करना चाहिए?
मेंथी की बुवाई सितम्बर से अक्टूबर तक की जाती है, फिर भी देर होने पर नवम्बर के दूसरे सप्ताह तक की जा सकती हैI इसकी बुवाई छिटकवा विधि से भी की जाती है, लेकिन बुवाई लाइनो में ही करनी चाहिए, लाइन से लाइन की दूरी 25 से 30 सेंटीमीटर एवं पौधे से पौधे की दूरी 5 से 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिएI

पोषण प्रबंधन

मेथी की खेती में खाद एवं उर्वरको की मात्रा प्रति हेक्टेयर कितनी लगती है तथा उनका प्रयोग हमें कब-कब करना चाहिए?
सड़ी गोबर की खाद 100 से 150 कुंतल प्रति हेक्टेयर खेत की तैयारी के समय आख़िरी जुताई मे देनी चाहिए, इसके साथ ही 40 किलोग्राम नत्रजन, 50 किलोग्राम फास्फोरस तथा 50 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर तत्व के रूप में देना चाहिएI फास्फोरस एवं पोटाश की पूरी मात्रा तथा नत्रजन की आधी मात्रा खेत की तैयारी करते समय बेसल ड्रेसिंग में तथा नत्रजन की आधी मात्रा दो भागो में टॉप ड्रेसिंग में देना चाहिएI पहली बार 25 से 30 दिन के बाद तथा दूसरे 40 से 45 दिन बुवाई के बाद खड़ी फसल में शेष आधा -आधा करके देना चाहिएI

खरपतवार प्रबंधन

मेथी की फसल में निराई-गुड़ाई कब करनी चाहिए तथा खरपतवार नियंत्रण किस प्रकार से करना चाहिए?
पहली निराई-गुड़ाई बुवाई के 25 से 30 दिन बाद तथा दूसरी पहली के 30 दिन बाद की जाती है, यदि खरपतवार अधिक उगते है, तो बुवाई के बाद 1-2 दिन के अंदर 30 प्रतिशत पेंडीमेथलीन 3.3 लीटर को 1000 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए, जिससे कि खरपतवारो का जमाव ही न हो सकेI

रोग प्रबंधन

मेथी की फसल में कौन-कौन से रोग लगते है तथा उनका नियंत्रण कैसे करना चाहिए?
मेथी में उकठा रोग, डैपिंग आफ, पाउड्री मिल्ड्यू, लीफ स्पॉट, डाउनी मिल्ड्यू तथा कभी कभी ब्लाइट बीमारी भी लगती है, रोग नियंत्रण करने हेतु बीज शोधन करने के बाद ही बुवाई करनी चाहिएI मिल्ड्यू के नियंत्रण हेतु सल्फर पाउडर 5 प्रतिशत का 15 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर के हिसाब से डस्टिंग करनी चाहिए तथा डाउनी मिल्ड्यू हेतु 1 प्रतिशत बोर्डोमिक्सचर का छिड़काव करना चाहिएI

कीट प्रबंधन

मेथी की फसल में कौन-कौन कीट लगते है तथा उनका नियंत्रण कैसे करे?
मेथी में पत्ती का गिडार, पॉड बोरर तथा माहू कीट लगते है, इनका नियंत्रण 0.2 प्रतिशत कार्बेरिल या इकोलेक्स 0.05 प्रतिशत या मैलाथियान 1 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी के साथ घोलकर छिड़काव करना चाहिएI

फसल कटाई

मेथी की कटाई बीज तथा हरी सब्जी बनाने हेतु कब और कैसे करते है?
कभी-कभी केवल बीजोत्पादन हेतु ही फसल उगाई जाती है, ऐसी दशा में पत्तियो की कटाई नहीं की जाती है या केवल एक बार ही कटाई करते हैI जब फसल केवल पत्ती कटिंग के लिए उगाते है, उस दशा में 4-5 पत्ती कटिंग की जाती है, इसके बाद फसल खत्म कर देते हैI बीज हेतु: फसल जब मार्च में पककर खेत में ही सूख जाती है, तभी कटाई की जाती है और कटाई के बाद मड़ाई करके बीज अलग कर लिए जाते हैI

पैदावार

मेथी के बीजोउत्पादन तथा हरी सब्जी हेतु प्रति हैक्टेयर कितनी मेथी प्राप्त होती है?

फसल जब खाली पत्ती प्राप्त हेतु बुवाई की जाती है, तो 90 से 100 कुन्तल प्रति हैक्टेयर उपज होती है यदि फसल पत्ती और बीज दोनों के लिए उगते है, तो 2 से 3 पत्ती कटिंग से 15 से 20 कुन्तल पत्ती तथा बाद में 8- 10 कुन्तल बीज प्राप्त होता है, जब केवल बीज प्राप्त करने हेतु फसल उगाई जाती है, तो 12 से 15 कुन्तल बीजोत्पादन होता हैI

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